देहरादून

उत्तराखंड में UKSSSC भर्तियों में पेपर लीक मामला चर्चा का विषय है ।देश भर में उत्तराखंड का नाम भ्र्ष्टाचार में सबसे अब्बल दर्जे पर लिया जा रहा है । अब इस चर्चा में विधानसभा में हुई भर्तियों की फेहरिस्त भी जुड़ गई है । सोशल मीडिया पर एक ऐसी लिस्ट वायरल हो रही है जिससे यह पता चलता है कि उत्तराखंड में किसी भी दल के नेता ने अपने करीबियों को नौकरी देने के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ी है ।उत्तराखंड में बेरोजगारी चरम पर है और युवा नौकरी पाने के लिए रात दिन मेहनत कर रहे हैं । लेकिन रसूखदार , वीवीआईपी कहलाने वाले नेता अपनों को नौकरी देकर नियम कानूनों की दुहाई दे रहे हैं । उत्तराखंड में भले ही किसी की दल की सरकार रही हो प्रदेश बनने के बाद आज तक किसी भी दल के नेता ने अपने करीबियों को नौकरी देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है , जो इस लिस्ट को देखने के बाद जाहिर हो जाता है इस लिस्ट में कितनी सच्चाई है इसका दावा हम नहीं करते लेकिन यह लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है । एक तरफ युवा बेरोजगार हैं , कितने घरों में दाल रोटी के लाले हैं , कितने ही जरूरतमंद युवा नौकरी न मिलने की वजह से अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं , लेकिन इस प्रदेश का दुर्भाग्य देखिए कि यहां जनता के द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने लोगों को नौकरी देकर प्रदेश के लोगों को ठगा है ।
![]()
![]()
![]()
