देहरादून
पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने सचिवालय में तैनात अपर निजी सचिव और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया है इस मामले में अब तक ये 15 वीं गिरफ्तारी है । अपर निजी सचिव ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके अपने भाई को लाभ पहुंचाया। उसके भाई ने परीक्षा में सफलता, हासिल की थी और उसे 163वीं रैंक प्राप्त हुई , पेपर लीक मामले में जांच का दायरा अपर निजी सचिव तक पहुंचने से सचिवालय में हड़कंप है। इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच की। पुलिस के मुताबिक इस मामले में गिरफ्तार अभ्यर्थी तुषार चौहान का भाई अपर निजी सचिव पद पर है।
पुलिस ने तुषार चौहान को उसके जसपुर स्थित गांव कासमपुर से गिरफ्तार किया था , पुलिस ने बताया कि परीक्षा का पेपर रामनगर स्थित एक गेस्ट हाउस में हल किया गया था। इसके बाद आरोपित ने कई अभ्यर्थियों को पेपर मुहैया कराया। इसके लिए उसने लाखों रुपये लिए। आरोपित को न्यायालय के आदेश पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने आज बुधवार को तुषार के सचिवालय में तैनात भाई गौरव चौहान को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में तुषार ने पुलिस पूछताछ में अपने भाई का नाम लिया है। अपर निजी सचिव गौरव चौहान को एसटीएफ आफिस पूछताछ के लिए बुलाया गया था।

पूछताछ के दौरान उसने अपने भाई तुषार द्वारा दी गयी जानकारी से इनकार किया। पुलिस ने अपने पास सीसीटीवी फुटेज होने की बात बताई तो आरोपित गौरव चौहान ने पुलिस को सच बता दिया। पुलिस के मुताबिक दो अभ्यर्थियों से 15-15 लाख रुपये में सौदा किया था। रिजल्ट आया तो इनसे 24 लाख रुपये लिए गए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के पास की गई शिकायत के बाद इस मामले में जांच की गई। पुलिस का फोकस उन अन्य अभ्यर्थियों पर भी है जिन्होंने नकल करके परीक्षा पास की है।
