कोटद्वार नगर निगम के खाते से 23 लाख की धनराशि उड़ाने का मामला प्रकाश में आया है। बैंक आफ इंडिया की ओर से नगर निगम को पूर्व में जारी दो चेकबुक में नगर आयुक्त व लेखाधिकारी के जाली हस्ताक्षर कर यह धनराशि निकाली गई है। नगर आयुक्त की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कोटद्वार नगर निगम का गठन तीन वर्ष पहले हुआ था। निगम के गठन से पूर्व सभी बैंक खातों का संचालन नगर पालिका कोटद्वार के नाम से होता था। कोटद्वार नगर पालिका का बैंक आफ इंडिया की कोटद्वार शाखा में खाता है , नगर निगम प्रशासन की मानें तो इन चेकबुकों के संबंध में निगम प्रशासन के पास कोई जानकारी नहीं थी। दो-तीन दिन पूर्व खातों की जांच के दौरान पता चला कि इन चेक के जरिये बैंक से करीब 23 लाख की धनराशि निकाली गई ।
इस संबंध में जब नगर निगम ने बैंक से जानकारी ली गई तो निगम प्रशासन के पैरों तले जमीन खिसक गई। चेकों में नगर आयुक्त के साथ ही लेखाधिकारी के जाली हस्ताक्षर थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर आयुक्त पीएल शाह की ओर से कोटद्वार कोतवाली में पूरे मामले से संबंधित तहरीर दी गई।पुलिस मामले की जांच कर रही है ।

