हल्द्वानी दमुआढुंगा क्षेत्र के निवासियों को मालिकाना हक दिए जाने की मांग को लेकर अब स्थानीय जनता सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गई है , स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि अगले 15 दिन के भीतर सरकार मालिकाना हक देने के लिहाज से कोई ठोस निर्णय नहीं उठाती है तो स्थानीय लोग सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ेंगे , क्षेत्रवासियों के मुताबिक साल 2014 में कांग्रेस सरकार ने दमुआढुंगा क्षेत्र को नगर निगम हल्द्वानी में भी शामिल कर दिया बावजूद इसके यहां निवास कर रहे लोगों को अभी तक मालिकाना हक नहीं मिल सका है, ग्रामीणों के मुताबिक यदि 15 दिन के भीतर दमवाढूंगा क्षेत्र में आने वाले 3 वार्ड के लोगों को मालिकाना हक देने की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो सरकार जन आंदोलन का सामना करने के लिए तैयार रहे।कॉंग्रेस प्रदेश सचिव विजय चंद पप्पू ने कहा कि क्षेत्र की जनता इस सरकार का बिरोध करेगी क्योंकि बीजेपी के मुख्यमंत्रियों ने ही इस क्षेत्र को कानून के तहत मालिकाना हक दिलाने की बात कही थी , ये अपने ही मुख्यमंत्रियों की बात को स्वीकार नही कर रहे हैं ,अब सरकार का कोई भी नुमाइंदा यदि क्षेत्र में आता है तो लिखित आर्डर के साथ आये नही तो जनता इनका पुरजोर बिरोध करेगी , कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता गोबिंद बिष्ट ने कहा कि बीजेपी सरकार पूर्व में रही कोन्ग्रेस सरकार के शासनादेशों पर कोई बिचार नही कर रही है जिससे सरकार की नीयत पर सवाल खड़े हो रहे हैं ,ये सरकार जनता के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया दिखा रही है ,50 हजार की आबादी मालिकाना हक की मांग कर रही है लेकिन सरकार के बेशर्म नुमाइंदे कानों में रुई डालकर बैठे हुए हैं , इस बार चुनावों में क्षेत्र की जनता इनके मंसूबों पर पानी फेर देगी ।
