कालाढूंगी

फतेहपुर रेंज में 2 लोगों की जान लेने वाले बाघ की तलाश में अभी तक वन विभाग नाकाम साबित हुआ है । फतेहपुर रेंज में साल 2022 जनवरी और फरवरी महीने में बाघ ने नत्थू लाल और जानकी देवी नाम के 2 लोगों की जान ले ली ,तब से लेकर आज तक वन विभाग बाघ की तलाश में जंगलों की खाक छान रहा है । जिससे क्षेत्रीय लोगों में वन विभाग के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है । वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश में 50 से 60 ट्रैप कैमरे लगाए जाने की बात कही बावजूद इसके वन विभाग को हासिल कुछ नहीं हुआ । इसके बाद वन विभाग की टीम ने शिकारियों की मदद ली लेकिन वह भी जंगलों से खाली हाथ वापस लौट गए ,उसके बाद हाथियों की मदद से बाघ की तलाश शुरू की गई वह भी वन विभाग के लिए नाकाफी साबित हुई ,और अब वन विभाग नया फार्मूला लेकर फतेहपुर रेंज के जंगलों में ड्रोन की मदद से बाघ को तलाशने की योजना बना रहा है । इतना सब करने के बाद भी वन विभाग के हाथ खाली हैं और उनके पास कोई जवाब देने को नही बचा है । जिससे वन क्षेत्र से सटे गांव के लोगों में भारी आक्रोश है क्योंकि इन क्षेत्रों के अधिकतर लोग दिहाड़ी मजदूरी कर अपना गुजर बसर करते हैं ,वन विभाग को बार-बार चेतावनी देने के बावजूद विभाग के कानों में जूं नहीं रेंग रही है ,बस खानापूर्ति कर कार्यवाही करने की बात कही जाती है । क्या बिभाग फिर किसी अप्रिय घटना का इंतजार कर रहा है । इन सब बातों को लेकर ग्रामीणों में विभाग के प्रति काफी गुस्सा है , कई लोग ऐसे हैं जिनकी पुश्तैनी जमीन वन क्षेत्र के आसपास लगी हुई हैं ,अब उन लोगों के लिए अपनी जान को सुरक्षित करने के लिए पलायन करना मजबूरी बनती जा रही है ,यदि वन विभाग समय रहते इस मामले को गंभीरता से नहीं लेता है तो आने वाले समय में लोगों को अपनी जान की सुरक्षा के लिए अपने घरों से पलायन करना पड़ सकता है ।
