पहले से ही घाटे में चल रहे परिवहन निगम को अब एक और झटका लग रहा है वेतन न मिलने को लेकर लगातार हड़ताल के बाद उत्तराखण्ड परिवहन निगम अब ड्राइवरों की कमी से जूझ रहा है , जिसकी वजह से रोजाना बिभिन्न रूटों पर चलने वाली 25 से 30 बसें है रद्द की जा रही है , जिससे परिवहन निगम की आय में लाखों रुपए का रोजाना नुकसान हो रहा है , एक तरफ कोरोना संक्रमण के बाद परिवहन निगम को घाटे से उबारने के हर संभव प्रयास और आय बढ़ाने के लिए लगातार कोशिशें की जा रही हैं तो दूसरी तरफ ड्राइवरों की कमी से अब नया संकट खड़ा हो गया है , चालक सप्लायर कंपनी द्वारा करार खत्म कर देने के बाद यह संकट खड़ा हुआ है आने वाले समय में रक्षाबंधन समेत अन्य त्योहारों पर इसका असर देखने को मिल सकता है हालांकि परिवहन निगम के अधिकारियों को इस बात का पता ही नहीं है कि ड्राइवर काम पर नहीं आ रहे हैं क्योंकि उनके पास किसी भी तरह का कोई लिखित आदेश प्राप्त नहीं हुआ है ।

रोडवेज के आरएम यशपाल सिंह के मुताबिक अनुबंधित चालक काम पर नहीं आ रहे हैं इसका कोई लिखित आदेश उनके पास नहीं आया है कुछ गाड़ियां रद्द हो रही हैं मगर इससे कोई बड़ी समस्या सामने नहीं आई है ।
