कालाढूंगी

फतेहपुर रेंज में ग्रामीणों पर हमला करने और मौत के घाट उतारने वाले गुलदार को आदमखोर घोषित कर दिया गया है और गुलदार की तलाश में वन विभाग की टीम शिकारियों के साथ सर्च अभियान चला रही है , गुलदार को ट्रैक करने के लिए दोनों घटनास्थलों के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि गुलदार का कोई मूवमेंट पता चल सके , 3 दिन के भीतर फतेहपुर रेंज में गुलदार के हमले में 2 लोगों की जान चली गई जिसके बाद क्षेत्रीय लोगों ने वन महकमे के प्रति गहरा रोष व्यक्त किया गया था , वन विभाग अब हरकत में नजर आता दिख रहा है और गुलदार को आदमखोर घोषित कर शिकारी हरीश धामी और उनके सहयोगियों को लगाया गया है ,वन विभाग की टीम को घटना स्थल के आसपास बाघ के पंजे के निशान भी दिखाई दिए हैं लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि 2 लोगों की जान लेने वाला बाघ है या गुलदार ।
फतेहपुर रेंज के रेंजर केआर आर्य का कहना है कि ग्रामीणों पर हमला करने वाला बाघ है या गुलदार इस पर भी असमंजस बना हुआ है लेकिन गुलदार को आदमखोर घोषित कर दिया गया है , शिकारियों की टीम घटनास्थल के आसपास लगातार कॉम्बिन कर रही है ताकि सही एक्शन लिया जाए ,उन्होंने फतेहपुर रेंज से सटे गांवों के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि शाम के समय अपने घरों से बाहर ना निकले ,अकेले में जंगल की तरफ ना जाए ,और जितना हो सके अपने आप को सुरक्षित रखने की कोशिश करें , यदि कहीं कोई जंगली जानवर की हरकत दिखाई दे तो तुरंत नजदीकी वन चौकी में इसकी सूचना दें ।
3 दिन के भीतर 2 लोगों को निवाला बना चुके गुलदार के हमले के बाद क्षेत्रीय लोगों में दहशत का माहौल है और वह वन विभाग से लगातार एक्शन लिए जाने की मांग कर रहे हैं , ग्रामीणों की शिकायत है कि कई बार घटनाओं की सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी जाती है लेकिन वह इस पर कोई एक्शन नहीं लेते अब देखना होगा कि इस घटना के बाद वन विभाग किस तरह से कार्रवाई करता है ।
