रामनगर/हल्द्वानी
रामनगर वन प्रभाग के फतेहपुर रेंज में बाघ ने एक और महिला को अपना निवाला बना डाला, बाघ के हमले की यह 7वी घटना है, बताया जा रहा है कि पनियाली के पास के जंगल में नन्दी देवी (75 साल ) घास लेने गई थी तभी अचानक बाघ में महिला पर हमला कर दिया जिसमें महिला की मौके पर ही मौत हो गई ,आक्रोशित ग्रामीणों ने महिला का शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों का घेराव किया, ग्रामीणों ने आदमखोर बाघ को जल्द से जल्द मारने की मांग की है, ग्रामीणों ने कहा की बाघ को तत्काल नहीं मारा गया तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी वन विभाग की होगी , ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए प्रभागीय वन अधिकारी घटनास्थल से चुपचाप खिसक लिए ।
वहीं मामला बढ़ता देख घटनास्थल पर पहुंचे एसडीएम मनीष कुमार ने भी ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया ,उन्होंने माना कि यदि जंगल में लगातार गश्त होती तो इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, उन्होंने कहा की ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए वन विभाग के साथ बैठकर उचित फैसला लिया जाएगा ।
कार्यवाही के नाम पर लाखों रुपये लगे ठिकाने
बाघ की घेराबंदी करने में लाखों रुपये ठिकाने लगाने के बाद भी वन विभाग के हाथ खाली हैं , और खानापूर्ति करवाही का नतीजा यह है कि लगातार मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं फतेहपुर वन रेंज में पिछले 6 महीने में 7 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं लेकिन वन अधिकारी चैन की नींद सोये हुए हैं , अब सरकार को चाहिए कि वो आगे आये और इन सोये हुए अधिकारियों को नींद से जगाकर जंगलों की तरफ खदेड़े जिससे स्थानीय लोगों की जान सुरक्षित की जा सके ।

