हल्द्वानी/ देहरादून
हल्द्वानी एनआईओएस NIOS परीक्षा सेंटर में खुलेआम नकल करने का मामला सामने आया है, हल्द्वानी के आवास विकास स्थित इस स्कूल में छापेमारी के दौरान 6 छात्रों को किताब सामने रखकर एक साथ नकल करते हुए पकड़ा गया है, शिक्षा विभाग की इस कार्यवाही के बाद NIOS सेंटर संचालित कर रहे स्कूलों में हड़कंप मचा हुआ है, एनआईओएस परीक्षा में पैसे लेकर परीक्षा पास कराने का यह खेल लंबे समय से खेला जा रहा था, शिक्षा विभाग सीईओ नैनीताल के एस रावत के नेतृत्व में फ्लाइंग स्क्वाड टीम ने छापेमारी कर इस परीक्षा केंद्र में नकल होने का भंडाफोड़ किया । यह परीक्षा केंद्र हिमालया विद्या मंदिर है जो कि आवास विकास क्षेत्र में स्थित है, जहां पर 10वीं और 12वीं के कुल 65 परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे थे, दसवीं की परीक्षा साइंस एंड टेक्नोलॉजी और 12वीं की परीक्षा इकोनॉमिक्स विषय की चल रही थी, फ्लाइंग टीम ने स्कूल पहुंचकर जब रजिस्टर चेक किए तो वहां 65 में से 54 छात्र ही परीक्षा देते पाए गए 6 परीक्षार्थियों को दूसरे कमरे में एक साथ बिठाकर नकल करवाई जा रही थी जबकि कुछ परीक्षार्थी अनुपस्थित थे, जब उपस्थित परीक्षार्थियों के बारे में सख्ती से परीक्षा सेंटर संचालकों से पूछताछ की तो तब जाकर यह बात सामने आई, 6 छात्र खुलेआम एक कमरे में किताबों से नकल करते रंगे हाथों पकड़े गए, सीईओ नैनीताल ने तुरंत एनआईओएस निदेशालय फोन कर घटना की जानकारी दी साथ ही परीक्षा केंद्र को बैन करने व नकल कराने समेत परीक्षा केंद्र में पाई गई गड़बड़ियों की रिपोर्ट एनआईओएस निदेशालय भेजने की तैयारी कर दी है, गौरतलब है कि एनआईओएस परीक्षाओं में अक्सर वही बच्चे परीक्षा देने पहुंचते हैं जो रेगुलर परीक्षाओं में अच्छे नंबर नहीं ला सके होते हैं इसको लेकर एनआईओएस सेंटर छात्रों की मजबूरी का फायदा उठा कर उनके परिजनों से ऊंचे दामों पर परीक्षा पास कराने का ठेका लेते हैं अब देखना होगा कि इस कार्रवाई के बाद एनआईओएस परीक्षा संचालित कर रहे इन केंद्रों पर किस तरह से लगाम लगाई जा सकती है वैसे ही उत्तराखंड में प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल करने के मामले सामने आए हैं जिससे पूरे देश में उत्तराखंड का नाम धूमिल हुआ है, अब स्कूल परीक्षाओं में खुलेआम नकल करते हुए पकड़े जाने का मामला सुर्खियों में बना हुआ है।
NIOS परीक्षा पास कर चुके कई परीक्षार्थियों ने यह भी शिकायत की है कि हिमालय विद्या मंदिर स्कूल से उन्होंने पूर्व में परीक्षा पास कर ली है बाबजूद इसके उनके मार्कसीट और सर्टिफिकेट अभी तक उन्हें नही दिए गए हैं जिस वजह से वह अन्य जगहों पर प्रतिभाग नही कर पा रहे हैं , इस विषय पर विद्यालय प्रशासन टालमटोली कर रहा है ।