उत्तरकाशी न्यूज
उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में राहत और बचाव अभियान अब सेना के हवाले कर दिया गया है, सेना की इंजीनियरिंग कोर की मद्रास सैपर्स की टीम अब राहत और बचाव कार्य का जिम्मा देखेगी, लगातार आ रही बाधाओं के बाद आखिरकार 41 मजदूरों को सकुशल बाहर निकालने की जिम्मेदारी अब सेना को दी गई है, राहत और बचाव कार्य में 41 घंटे तक ब्रेक लगा रहा, अब एक बार फिर से बचाव और राहत कार्य में तेजी आ गई है, अमेरिकी मशीन आगर के खराब होने के बाद इस ऑपरेशन को सेना के हवाले किया गया है, अब सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिल शुरू कर मजदूर तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, इसमें अभी और तीन चार दिन लग सकते हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक सुरंग के अंदर सभी 41 मजदूर पूरी तरह से सुरक्षित हैं और उन्हें निकालने के लिए अब तक 15 मीटर की ड्रिलिंग भी की जा चुकी है, मजदूरों तक पहुंचने के लिए 86 मीटर की ड्रिलिंग होनी है, इसके अलावा चार अन्य योजनाओं पर भी काम किया जा रहा है, सुरंग के अंदर मजदूरों को भोजन और दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं और एक अतिरिक्त फोन लाइन भी उनके लिए लगाई गई है ताकि वह अपने परिजनों से बातचीत कर सकें, सभी एजेंसियां पूरी मजबूती से मजदूरों को बाहर निकालने का काम कर रही हैं।