साल चुनावी है लिहाजा उत्तराखंड में सियासी पारा ऊपर चढ़ने लगा है , उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार राज्य के अलग-अलग जिलों का तूफानी दौरा कर रहे हैं, जिलों को बड़ी बड़ी सौगात भी दे रहे हैं लेकिन विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री के लगातार हो रहे दौरे को चुनावी स्टंट करार दिया है, समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव शोएब अहमद ने आरोप लगाया कि 5 साल पहले उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार बनते ही तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जो घोषणाएं की थी वह तो अब तक धरातल पर उतर नहीं पाई लिहाजा बीजेपी शासन काल के तीसरे मुख्यमंत्री की घोषणाएं केवल हवा हवाई हैं, वह केवल हवाई दौरा कर रहे हैं , जनता की परेशानियों से मुख्यमंत्री को कोई लेना देना नहीं है,
क्या प्रदेश के मुख्यमंत्री जवाब देंगे कि हल्द्वानी में बनने वाली रिंग रोड कहां है ?

अंतरराष्ट्रीय जू कहां है ?
हल्द्वानी में बनने वाला आईएसबीटी कहां है ?
जब इन सवालों का मुख्यमंत्री के पास कोई जवाब है ही नहीं तो वर्तमान की घोषणाओं पर जनता यकीन कैसे करेगी, इसलिए बीजेपी की घोषणाएं का धरातल कहीं नजर नहीं आ रहा है, जैसे बीजेपी हवा में है वैसे ही उसकी घोषणाएं भी हवा में ही हो रही है, उन्होंने कहा कि 2022 में जनता बीजेपी को सबक सिखाने का मन बना चुकी है और विपक्ष जनता को गुमराह नहीं होने देगा, उन्होंने कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री धरातल पर उतर कर देखें कि हमारे सरकार द्वारा की गई घोषणाएं कहां और कितनी पूरी हो सकी हैं, उन्होंने कहा कि बीजेपी केवल राज्य में मुख्यमंत्री बदलने का काम कर रही है और जनता की समस्याएं जस की तस है , लिहाजा समाजवादी पार्टी जनता के मुद्दों पर चुनाव लड़ कर 2022 में उत्तराखंड में अपना परचम लहरायेगी ।
