उत्तराखंड
उत्तराखंड युवा एकता मंच, उत्तराखंड बेरोजगार संघ सहित तमाम बेरोजगार, युवा हितैषी संगठनों ने डिजिटल सत्याग्रह का आवाहन करते हुए प्रदेश के युवाओं से आवाहन किया है कि रोजाना शाम 5:00 से 7:00 तक सोशल मीडिया में कम से कम 50 से 60 व अन्य साथियों के ट्वीट्स व अन्य लोगोकी पोस्ट को रिट्वीट कर और पोस्ट शेयर कर अपना विरोध संवैधानिक रूप में सरकार के सामने प्रकट करें, डिजिटल आंदोलन के पहले दिन ही ट्विटर पर #UKCBI #trending पर था।
पहले ही दिन लगभग 2 से 3 घंटों के अंदर ही लगभग #UKCBI के ट्वीट के लगभग 20000 ट्वीट्स हो गए, अन्य हैशटेक की संख्या मिलाकर आंकड़ा 50 से 55000 पहुंच चुका है। बताते चलें कि युवाओं पर हुए लाठीचार्ज पर कई भाजपा के बड़े नेता सहित पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी युवाओं से माफी मांग चुके हैं । साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री व महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी सीबीआई जांच की मांग को जायज ठहरा चुके हैं । ऐसे में युवाओं को मनाने के लिए धामी सरकार द्वारा नकल विरोधी कानून के समर्थन में धन्यवाद यात्राओं का सिलसिला पूरे प्रदेश मैं शुरू कर दिया गया, उत्तराखंड
में युवाओं पर हुए लाठीचार्ज व भर्ती घोटालों पर उठाई आवाज को दबाने के लिए सरकार द्वारा भरकम प्रयास किये गए फिर चाहे युवाओं के ऊपर फर्जी मुकदमे हो या उसके साथ साथ कई जगह नेतृत्व कर रहे युवाओं को नजरबंद किया जाना, बॉबी पवार सहित 13 लोगों के ऊपर लगी संगीन धाराओं में अदालत ने भी सशर्त रिहाई दी कि किसी भी उग्र आंदोलन में वह सम्मिलित नहीं हो पाएंगे, पर युवाओं ने संवैधानिक रूप में अपना विरोध प्रकट करने के लिए डिजिटल क्रांति के इस युग में ट्विटर फेसबुक इंस्टाग्राम सहित तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अपनी बात रखने का जरिया बनाया है।