हरिद्वार
बैरागी कैंप में लाखों की सरकारी दवाइयों के 40 कट्टे को जेसीबी से गड्ढे में दबाने के मामले में नगर निगम के जेसीबी चालक को निलंबित कर दिया है। चालक ने एक डॉक्टर के कहने पर निगम की जेसीबी से गड्ढा खोदकर दवाओं को दबाया था। अब डॉक्टर पर भी कार्यवाही की तलवार लटक गई है। वहीं बुधवार को स्वास्थ्य महानिदेशक ने बैरागी कैंप का स्थलीय निरीक्षण किया।जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय के निर्देश पर मंगलवार को बैरागी कैंप में एसडीएम पूरण सिंह राणा ने जेसीबी से गड्ढे में दबाई गए दवाइयों के कई कट्टे बाहर निकाले थे। इससे हड़कम्प मचा रहा। बुधवार को स्वास्थ्य महानिदेशक भारती राणा और स्वास्थ्य निदेशक सुनिता टम्टा हरिद्वार पहुंची और उन्होंने बैरागी कैंप का निरीक्षण किया, जिसके तुरंत बाद स्वास्थ्य महानिदेश और निदेशक ने सीएमओ कार्यालय का रुख किया।सीएमओ ऑफिस पहुंचकर जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खानपुर, लक्सर, बहादराबाद, इमलीखेड़ा, नारसन, ज्वालापुर, भगवानपुर, मंगलौर केंद्र के दस्तावेजों को खंगाला। इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों से बंद कमरे में घंटों पूछताछ की गई। जाँच में सामने आया कि बैरागी कैंप में सरकारी दवाइयों के 40 कट्टों को जिस जेसीबी के माध्यम से गड्ढे में दबाया गया था वह हरिद्वार नगर निगम की थी। नगर निगम के ड्राइवर को निलंबित करने के आदेश दिए गए हैं,किसके कहने पर दवाईयों को गड्डे में दबाया गया ये बात अभी उजागर नहीं हुई है ऐसे में जो भी दोषी हो उसके खिलाफ सख्त कारवाही होनी चाहिए